Read this article in english:- Good News, now corona will very end soon.
जिस खबर के लिए हम सभी पूरे दिल से इंतजार कर रहे थे, और शायद पूरा देश या दुनिया जिसके लिए बेताब थी, आखिर वह खबर आ ही गई। एक ऐसी बिमारी जिसने पिछले डेढ़ साल से पूरी दुनिया को रुला कर रख दिया है। हम सभी से अपने किसी करीबी रिश्तेदार को चाईनीज़ वायरस से जूझते देखा है। या करोड़ों ने तो उन्हें इस बिमारी के कारण खोया भी है।
अंग्रेजी की एक पत्रिका Nature जोकि चिकित्सा व् वातावरण से संबंधित शोधों व लेखों को नियमित रूप से छापती है तथा इनकी जानकारियाँ काफी विश्वसनीय मानी जाती हैं। इस पत्रिका के मई, 26 के लेख में कहा गया है कि यदि आपको एक बार यह चाईनीज़ वायरस होकर ठीक हो गया है तो शायद आपमें इसकी एंटीबॉडीज़ पूरे जीवन भर के लिए बन गई हों।
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इस पत्रिका के अनुसार, यह संदेह सभी के मन में था कि एक बार इस वायरस से ग्रसित होकर ठीक होने के बाद एंटीबॉडीज़ कितने समय तक रहेंगी। अब प्रारंभिक जाँचों में यह बात सामने आई है कि यह एंटीबॉडीज़ कम से कम एक साल या फिर पूरे जीवन काल तक भी शरीर में बनी रह सकती हैं।
कैसे बनी रहती हैं ये एंटीबॉडीज़?
Nature पत्रिका के लेख के अनुसार, बेशक हमारे शरीर में एंटीबॉडीज़ खत्म हो जाएं, लेकिन बोन मैरो (Bone Marrow) एक तरह के स्मृति पटल की तरह काम करता है और दोबारा चाईनीज़ वायरस का संक्रमण होने पर इन एंटीबॉडीज़ को फिर से बना सकने की क्षमता रखता है। इसका अर्थ है कि शरीर के बोन मैरो में वायरस को लेकर एक याद्दाश्त बन जाती है और आवश्यकता पड़ने पर वही याद्दाश्त एंटीबॉडीज़ तैयार कर शरीर को लड़ने की क्षमता भी प्रदान करती है।
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तो क्या वैक्सीन की जरूरत नहीं?
इस लेख में यह भी बताया गया है कि वैक्सीन भी एंटीबॉडीज़ को बनाने में काफी कारगर सिद्ध होती है। बेशक किसी के शरीर में वायरस से ठीक होने के बाद एंटीबॉडीज़ मौजूद हों, लेकिन वैक्सीन उन एंटीबॉडीज़ को और अधिक मजबूती प्रदान करती है।
तो क्या दोबारा वायरस का संक्रमण नहीं होगा?
लेख के अनुसार, वस्तुत: दोबारा संक्रमण के बारे में दुनिया भर के वैज्ञानिक एकमत नहीं हैं, लेकिन फिर भी विशेषज्ञों का मानना है कि यदि दोबारा कोई व्यक्ति इस वायरस से संक्रमित हो भी जाता है तो वह व्यक्ति बहुत अधिक बिमार नहीं पड़ेगा और जान जाने का जोखिम लगभग खत्म हो जाएगा।
वायरस म्यूटेशन से कैसे होगा मुकाबला?
लेख के अनुसार, यदि किसी व्यक्ति को एक बार चाईनीज़ वायरस से संक्रमित होकर ठीक होने के पश्चात दोबारा संक्रमण होता है और यदि वैक्सीन भी उस व्यक्ति द्वारा ले ली गई है तो नए म्यूटेशन वाले वायरस से भी एंटीबॉडीज़ लड़ सकेंगी और मौत का खतरा नहीं होगा।
विशेषज्ञ यह मानते हैं कि वैक्सीन ही इस वायरस का एकमात्र ईलाज है, चाहे वह किसी भी वेरीयंट वाला वायरस हो।
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आने वाले भविष्य में जब 60 से लेकर 70 प्रतिशत लोग इस वायरस से ग्रसित होकर ठीक हो जाएँगे तो यह एक तरह का सामान्य फ्लू ही बनकर रह जाएगा। इसमें आम बुखार जैसे लक्षण होंगे जोकि स्वयं ही ठीक भी हो जाएगा। इस प्रक्रिया को कहा जाता है Flu season ahead. यही सार्स (Sars) वायरस के साथ भी हुआ था।
हालांकि यह खबर काफी चिंताओं को दूर करने वाली है और आने वाले अच्छे समय को दर्शाती है, लेकिन तब तक हम सभी को भी इस आपदा से निपटने के लिए सरकार द्वारा सभी गाइडलाईनों को कड़ाई से मानना भी होगा। इसके साथ ही जितनी जल्दी हो सके वैक्सीन लगवाकर स्वयं को तथा समाज को भी सुरक्षित बनाना होगा।
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monika sharma
Commented on monika sharmaGood article
soni
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