United Nations ने अपने कर्मचारियों के उड़ान भरने पर लगाई रोक।
सयुंक्त राष्ट्र ने अपने सभी स्टाफ से कहा है कि पाकिस्तान में रजिस्टर्ड एयरलाइन से सफर न करें। पायलटों की फर्जी लाइसेंस की आशंका और आरोपों के चलते सयुंक्त राष्ट्र ने यह चेतावनी जारी की है। पाकिस्तानी एयरलाइन्स सर्विस पिछले साल कराची में हुए प्लेन क्रैश के बाद से विवादों में है। पाकिस्तान के मंत्री खुद यह दावा कर चुके हैं कि पाकिस्तान में बड़ी संख्या में पायलटों के पास लाइसेंस फर्जी हैं। यही नहीं, पाकिस्तानी संसद ने भी यह माना है कि तस्करी जैसे अपराधों में एयरलाइन स्टाफ पकड़ा जाता रहा है।
Finally, Govt. may soon withdraw all 3 farms laws.
सयुंक्त राष्ट्र के सभी अंगों के लिए है यह निर्देश।
यूनाइटेड नेशन सिक्यॉरिटी मैनेजमेंट सिस्टम ने एक अडवाइजरी जारी करते हुए कहा है कि सिविल एविएशन अथॉरिटी पाकिस्तान की फर्जी लाइसेंस को लेकर जारी जांच के चलते, पाकिस्तान में रजिस्टर्ड एयर ऑपरेटरों के इस्तेमाल के लिए चेतावनी दी जा रही है। यह एडवाइजरी पाकिस्तान के सभी कैरियर्स के लिए है। वहीं, यूनाइटेड नेशन की सभी एजेंसियों पर यह लागू होगा।
40% पायलट होते हैं फर्जी।
पिछले साल मई में कराची एयरपोर्ट के पास एक रिहायशी इलाके में विमान क्रैश होने के बाद पाकिस्तानी एयर सर्विस में फर्जीवाड़े और लापरवाही के कई मामले उजागर हुए थे। यहां तक कि पाकिस्तान के उड्डायन मंत्री सरवर खान ने कुछ समय पहले आरोप लगाया था कि पीआईए के करीब 40% पायलट फर्जी होते हैं। यही नहीं इमरान खान की पार्टी में भी यह बात भी सबको पता है कि PIA स्टाफ पहले भी कई तस्करी मामलों में पकड़े जाते रहे हैं।
योगी को धमकाने वाले आम आम पार्टी के सोमनाथ भारती को 2 साल की जेल।
फिर से दी गई थी विमान उड़ाने की इजाजत।
कराची क्रैश के बाद सरवर खान ने कहा था कि पिछले साल एक जांच में पता चला है कि पाकिस्तान के 860 ऐक्टिव पायलट्स में से 262 पायलट्स के पास या तो फर्जी लाइसेंस थे या उन्होंने अपनी परीक्षाओं में नकल की थी। उन्होंने कहा कि इन पायलट्स ने न कभी एग्जाम दिया होता है और न इनके पास प्लेन उड़ाने का सही अनुभव होता है। पाकिस्तान की लापरवाही तब उजागर हो गई थी, जब निलंबित किए गए पाकिस्तान इंटरनेशल एरयलाइंस (PIA) के 141 पायलटों में से 110 को फिर से विमान उड़ाने की इजाजत दे दी गई थी।
हिन्द महासागर में क्या कर रहे हैं चीनी सर्वे शिप्स? क्या यह है ड्रैगन की भारत के खिलाफ एक और चाल?
चीन का आक्रामक रवैया सिर्फ लद्दाख तक हो ऐसा नहीं है, बल्कि ड्रैगन की नजर लंबे समय से भारत के समुद्री क्षेत्र में है। इसके लिए चीनी जहाज हिंद महासागर में मैपिंग कर रहे हैं। एक स्वतंत्र खुफिया सोर्स यानि OSINT ने कहा है कि हिंद महासागर में चीनी जहाज मैपिंग कर रहे हैं, जिसे चीन की नौसेना के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
Mamta Banarjee angry over “Jai Shree Ram” slogan in front of PM Modi.
सामरिक विशेषज्ञों की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा।
OSINT ने पिछले दो सालों तक हिंद महासागर क्षेत्र में चीनी जहाजों की आवाजाही के अध्ययन के आधार पर ये निष्कर्ष निकाला है। OSINT में एचआई सटन जैसे एक्सपर्ट शामिल हैं, जिन्होंने हाल ही में बताया था कि चीन ने कैसे पानी के अंदर अंडरवाटर ड्रोन्स की पूरी पलटन उतारकर हिंद महासागर में डेटा इकठ्ठा किया था। अब इन एक्सपर्ट्स ने भारतीय क्षेत्र में मरीन ट्रैफिक गतिविधियों पर अध्ययन करने के बाद बताया है कि कैसे सिविलियन पर्पस के नाम पर इस्तेमाल किए गए डेटा का चीन की नौसेना इस्तेमाल कर सकती है। इनमें से कुछ सर्वे करने वाले जहाज भारत के अंडमान और निकोबार द्वीप के पास से होकर गुजरे थे, जो कि भारत का बड़ा नौसैनिक बेस है।
क्या कर रहे हैं चीनी सर्वे शिप?
इसी तरह का एक चीनी सर्वे शिप जियांग यांग हॉन्ग 03 अब दक्षिणी चीन सागर में है। यह जहाज पहले पहले हिंद महासागर में मौजूद था। यह सर्वे शिप कथित तौर पर सीबेड की मैपिंग और समुद्री क्षेत्र से जुड़े विभिन्न मैट्रिक्स की रिकॉर्डिंग में शामिल था। यह सर्वे शिप पिछले सप्ताह उस समय विवादों में आ गया था, जब इसे इंडोनेशिया के जल क्षेत्र के करीब पाया गया था। खास बात है कि अंतरराष्ट्रीय नियमों के मुताबिक इस जहाज ने अपनी स्थिति को लेकर कोई जानकारी नहीं दी थी। इंडोनेशिया की समुद्री सुरक्षा एजेंसी ने चीनी सर्वे शिप को बिना आटोमेटिक आइडेंटिफिकेशन सिस्टम के इलाके में घूमते पाया था। जिसके बाद पेट्रोलिंग कर रहे इंडोनेशियाई जहाजों ने जियांग यांग हॉन्ग 03 को इंडोनेशियाई स्पेशल इकनोमिक जोन की सीमा से बाहर भेजा। मिलिट्री एक्सपर्ट्स इन सभी घटनाओं को जोड़कर देख रहे हैं और इसे चीन द्वारा सर्वे के नाम पर समुद्री रणनीति के लिए जानकारी इकठ्ठा करने के रूप में देखा जा रहा है। समुद्री ट्रैफिक पर जहाजों की आवाजाही के अध्ययन में ये पता चला है कि ये पहला मौका नहीं है जब इस क्षेत्र में ये चीनी सर्वे शिप पहुंचे हैं।
चीनी नौसेना के लिए बहुत ही काम का है डेटा।
डेटा का एनालिसिस करने पर ये पता चलता है ये सर्वे शिप्स न केवल रिसर्च का काम कर रहे हैं, बल्कि नौसेना की रणनीतिकारों के लिए जानकारी भी तैयार कर सकते हैं। इस डेटा का उपयोग नागरिक और सैन्य उद्देश्य, दोनों के लिए किया जा सकता है। पूर्वी हिंद महासागर के इस डेटा का चीनी नौसेना के लिए बहुत ही महत्व है क्योंकि इससे उसकी सबमरीन की क्षमता में विस्तार होता है। इस डेटा से सबमरीन को नेविगेट करने में मदद मिल सकती है।
OSINT के एक्सपर्ट्स पिछले कुछ समय से चीनी जहाजों की आवाजाही पर नजर बनाए हुए हैं और इसकी स्टडी कर रहे हैं। इस स्टडी में पता चला है कि चीन के चार सर्वे शिप्स हिंद महासागर क्षेत्र में पिछले दो साल से एक्टिव हैं और डेटा इकठ्ठा कर रहे हैं। इन जहाजों का संचालन चीन का मेरीटाइम एडमिनिस्ट्रेशन करता है। इनकी खास बात ये है कि ये नये हैं और इनका निर्माण एक दशक के अंदर में हुआ है। यानि ये जहाज आधुनिक तकनीक से लैस हैं। इनमें से दो जहाज नाइंटी ईस्ट रिजके पास सर्वे कर रहे हैं जो समुद्र के अंदर मौजूद एक पर्वत श्रृंखला है । हालांकि अभी नाइंटी ईस्ट रिज पर फोकस करने का कारण साफ नहीं है, लेकिन माना जा रहा कि यह सबमरीन ऑपरेशन के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण हो सकता है।
भारत के लिए खतरे की बड़ी घंटी - चीनी सेना PLA ने बनाया सीमा का सटीक 3D मैप।
अंडमान के पास से भी गुजरे चीनी जहाज।
चीनी जहाजों की इंडोनेशिया और अंडमान निकोबार के पास आने की जानकारी अमेरिका के फिशहुक सेंसर नेटवर्क के चलते मिली है। इस तकनीक को चीनी जहाजों की हिंद महासागर में घुसने का पता लगाने के लिए डेवेलप किया गया है। ये पहला मौका नहीं है कि जब चीनी जहाज भारतीय क्षेत्र के आस-पास सर्वे करने के इरादे से घुसे हों। इसके पहले 2019 में ऐसा ही एक चीनी सर्वे शिप पोर्ट ब्लेयर से 460 किलोमीटर दूर देखा गया था, जिसे भारतीय नौसेना ने खदेड़ दिया था। इसी तरह दिसम्बर 2019 में जियांग यांग हॉन्ग 06 से 12 अंडरवाटर ड्रोन्स हिंद महासागर में उतारे गए थे। इन ड्रोन्स ने कई महीनों तक हिंद महासागर में डेटा इकठ्ठा किया था। ये अंडरवाटर ड्रोन्स अनमैन्ड अंडरवाटर व्हीकल्स (UUVs) हैं जिनका उपयोग समुद्र की सीबेड मैपिंग के साथ ही विभिन्न डेटा इकठ्ठा करने के लिए किया जाता है, जिसका इस्तेमाल नागरिक के साथ ही नौसेना के लिए भी किया जा सकता है।
Public Comments
Trending Articles
क्या हम एक ब्लैक होल में रह रहे हैं? क्या हमारा ब्रह्मांड एक विशाल ब्लैक होल है?
चलो घड़ी को उल्टा करते हैं और समय में पीछे जाते हैं। इसस..
नकुला में हालिया भारत-चीन फ्लैशपोइंट - भारतीय सेना के लिए क्यों बेहद महत्वपूर्ण है?
सिक्किम में नकुला सीमा पर भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच..
2022 तक तैयार होगा दुबई का हिंदू मंदिर, पीएम मोदी ने रखी थी नींव।
यूएई के इस मंदिर की नींव पीएम Read More
विदेश नीति में छोटे से बदलाव से होगा चीन का ईलाज।
पिछले साल चीन द्वारा मार्च में चाईनीज़ वायरस के..
शहीद पति की आखिरी इच्छा पूरी करने के लिए परिवार की पहली अफसर बनेंगी ज्योति।
जम्मू-कश्मीर में शहीद नायक दीपक नैनवाल की पत्नी ज्योति न..
Top Rated Politicians
Rajya Sabha
Subrahmanyam Jaishankar, Gujarat
Public Rating
84%Rajya Sabha
Dr. Sudhanshu Trivedi, Uttar Pradesh
Public Rating
82%Track the leaders
Select the leaders from their respective constituencies